नई दिल्ली। बिहार के दरभंगा में पुलिस ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए चार लोगों को हिरासत में लिया है. अधिकारियों ने कहा कि दो संदिग्धों ने पहले जीतन सहनी से ब्याज पर पैसे उधार लिए थे. सूत्रों ने कहा कि ये दोनों लोग जीतन की हत्या से कुछ दिन पहले उनके साथ तीखी बहस में शामिल थे.
माना जा रहा है कि तीसरे संदिग्ध ने पीड़ित से उधार लेने के लिए अपनी मोटरसाइकिल गिरवी रखी थी. हत्याकांड की जांच के लिए जिला पुलिस की एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है. जांचकर्ता बंदियों और जीतन साहनी के बीच कॉल डेटा रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन की जांच कर रहे हैं. 70 साल के जीतन साहनी की 16 जुलाई को उनके घर पर हत्या कर दी गई थी. उन पर चाकू से कई वार किए गए थे. पुलिस ने कहा कि उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है.
नीतीश कुमार की मुकेश सहनी से फोन पर बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुकेश सहनी को फोन कर संवेदना व्यक्त की और मामले की शीघ्र जांच सुनिश्चित की. सहनी एक प्रमुख निषाद समुदाय के नेता और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री हैं. उनकी पार्टी, वीआईपी, इंडिया ब्लॉक की गठबंधन सहयोगी है. कांग्रेस ने नृशंस हत्या की निंदा करते हुए बिहार सरकार से दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने और सहनी परिवार को न्याय दिलाने का आग्रह किया.
वहीं, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और सहनी के करीबी ने एक बयान जारी कर बिहार में अपराध को रोकने में विफलता के लिए एनडीए सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि ‘लोग आतंक में जीने को मजबूर हैं’. जीतन साहनी की बिहार के दरभंगा जिले में उनके पैतृक घर पर हत्या कर दी गई थी. जीतन सहनी का शव मंगलवार की सुबह बिरौल इलाके में उनके घर के कमरे के अंदर पाया गया, उनके सीने और पेट पर चाकू से कई वार किए गए थे और कट के निशान थे.