नई दिल्ली। बिहार में NEET-UG पेपर लीक के आरोप सामने आने के बाद, अधिकारियों ने अब अपनी जांच का विस्तार महाराष्ट्र तक कर दिया है. राज्य के लातूर में दो शिक्षकों को हिरासत में लिया गया था. महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने शनिवार देर रात लातूर से दो शिक्षकों को हिरासत में लिया. उनसे नीट पेपर मामले पर पूछताछ की गई.
दोनों शिक्षकों की पहचान संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान के रूप में की गई है, जो लातूर के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं. दोनों जिले में एक निजी कोचिंग चलाते हैं. इन्हें पेपर लीक मामले में शामिल होने के संदेह में हिरासत में लिया गया था.
कई घंटों की पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर से बुलाया जाएगा. यह नीट पेपर लीक की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपे जाने के तुरंत बाद आया क्योंकि सरकार ने छात्रों के हितों की रक्षा करने की कसम खाई थी.
NEET-UG परीक्षा के संचालन और अंकन प्रणाली में कथित अनियमितताओं ने देशव्यापी आक्रोश फैलाया. अभूतपूर्व रूप से 67 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 अंक का पूर्ण स्कोर हासिल किया, जिससे चिंताएं और बढ़ गईं.
बिहार में नकल और पेपर लीक के आरोप सामने आए, राज्य की बीजेपी-जेडीयू सरकार ने इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव पर उंगली उठाई है. शनिवार देर रात स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एनईईटी-पीजी परीक्षा आयोजित होने से कुछ घंटे पहले रद्द करने के बाद छात्र संगठनों और डॉक्टरों के संघों ने भी केंद्र की आलोचना की.
शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के कामकाज की समीक्षा के लिए सात सदस्यीय पैनल का गठन किया. केंद्र ने एनईईटी जांच सीबीआई को सौंपने के बाद एनटीए महानिदेशक सुबोध सिंह को भी बाहर कर दिया.