कच्छ। गुजरात के कच्छ जिले के लखपत में एक रहस्यमय बुखार ने पिछले आठ दिनों में 15 लोगों की जान ले ली है, लेकिन अधिकारी अभी तक इस बुखार की वजह का पता नहीं लगा सके हैं। शुरू में इस बुखार को न्यूमोनाइटिस से जोड़ा जा रहा था, लेकिन अब तक 3 से 7 सितंबर के बीच बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी थी, और इसके बाद पांच और मौतें हो चुकी हैं।
मौत के कारण की जांच के लिए नमूने भेजे गए
जिला कलेक्टर अमित अरोड़ा ने जानकारी दी कि मौत का सही कारण पता लगाने के लिए मरने वालों के 11 नमूने पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने की उम्मीद अगले एक या दो दिनों में है। उन्होंने कहा, “हमें रिपोर्ट का इंतजार करना होगा कि यह कोई ज्ञात वायरस है या कोई नया संक्रमण।”
22 निगरानी टीमें तैनात
अरोड़ा ने कहा कि अब तक की जांच में H1N1, स्वाइन फ्लू, क्रीमियन-कांगो बुखार, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों की संभावनाओं को खारिज किया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मौतें संदूषण या किसी संक्रामक रोग के कारण नहीं हुई हैं। लखपत में 22 निगरानी टीमें और अतिरिक्त डॉक्टर तैनात किए गए हैं, जो पाकिस्तान की सीमा से सटे इस क्षेत्र में स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
बुखार और भारी बारिश का संबंध
राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के बाद इस रहस्यमय बुखार का प्रकोप शुरू हुआ। कच्छ जिले में इस सीजन में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जहां 10 सितंबर तक औसतन 890 मिमी बारिश यानी सामान्य का 184% बारिश हुई। इस बुखार के लक्षणों में अचानक तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई और शरीर में अत्यधिक कमजोरी शामिल हैं।
अधिकारियों द्वारा विस्तृत जांच और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और आने वाले दिनों में इस रहस्यमय बीमारी के बारे में और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।