एसएससी परीक्षा के फर्जीवाड़े में 28 लोगों पर मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 12 नवंबर 2017 को ऊर्जा के यूपीसीएल, यूजेवीएनएल व पिटकुल के टेक्नीशियन ग्रेड-टू के 171 पदों के लिए परीक्षा कराई थी। परीक्षा में करीब 46 सौ अभ्यर्थी शामिल हुए थे। आयोग की ओर से परीक्षा के अगले दिन आंसर की ओएमआर सीट वेबसाइट पर अपलोड कर दी थी और 12 फरवरी 2019 को परिणाम घोषित किया था।
सचिव संतोष बड़ोनी ने बताया कि परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद आयोग में गुप्त शिकायत मिली थी कि जिनका चयन हुआ है, उनमें से कई ने ओएमआर सीट के साथ छेड़छाड़ की है। शिकायत के बाद आयोग ने गोपनीय जांच शुरू की और कोषागार में जमा मूल ओएमआर सीट निकलवाई गई। जिसमें पाया गया कि वेबसाइट पर अपलोड छह ओएमआर सीट के अंकों में अंतर था। इसकी पुष्टि होने के बाद आयोग के अनु सचिव की ओर डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।
इन पर दर्ज हुआ मुकदमा
संजीव कुमार पुत्र हरकेश सिंह निवासी बीएचईएल, रानीपुर हरिद्वार
अजय कुमार पुत्र अक्षपाल निवासी बहादराबाद, हरिद्वार
पुनीत कुमार पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी औरंगाबाद, हरिद्वार
मुकेश कुमार पुत्र रामस्वरूप निवासी अटमलपुर बोगला, बहादराबाद, हरिद्वार
आशीष चैहान पुत्र कुनवीर पाल सिंह चैहान निवासी बहादराबाद, हरिद्वार
प्रवीण कौशिक पुत्र रमाकांत निवासी शिवालिक नगर, बीएचईएल रानीपुर, हरिद्वार
एसपी सिटी, देहरादून ने बताया कि आयोग से फर्जीवाड़े में शामिल अभ्यर्थियों की पूरी जानकारी और अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि यह गनीमत रही की परीक्षा परिणाम जारी करने से पहले ही फर्जीवाड़ा पकड़ में आया लेकिन जिस बारीकी से फर्जीवाड़ा कर परीक्षा में पास होने का प्लान बनाया गया, उससे एक बात तो साफ हो गई है कि इसके पीछे कोई गिरोह शामिल था।